मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान में भाजपा सरकार के आने से पहले उनकी महत्वाकांक्षी परियोजनाओं को बंद करने का आरोप दोहराते हुए पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की एक टिप्पणी पर चर्चा की। गहलोत ने कहा, ”हम उनकी योजनाएं बंद नहीं करते हैं, लेकिन वे (राजे) हमारी (सरकार की) योजनाएं बंद कर देती हैं यही दूध और नींबू का अंतर है।”
जसरासर में पत्रकारों से बातचीत में गहलोत ने इस बात को कहा। वास्तव में, राज्य में कांग्रेस सरकार दोबारा बनने की संभावनाओं के संबंध में एक सवाल पर गहलोत ने कहा, “हमें लोगों के जनहित में इस सरकार को फिर से बनाना होगा। जनहित तभी सम्भव होगा जब इस सरकार की योजनाएं जारी रहेंगी।”
राजस्थान के मुख्यमंत्री ने जसरासर में पत्रकारों से बातचीत में बताया कि उनकी सरकार भाजपा की सरकारों की कोई भी योजना बंद नहीं करती। उन्होंने दावा किया कि पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) योजना वसुंधरा राजे की थी जिसे उन्होंने आगे बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि वसुंधरा राजे और हम लोगों के अंदर फर्क है। वे नींबू और दूध का उदाहरण देते हुए बताते हैं कि वसुंधरा राजे ने उनकी योजना को बंद कर दिया था जबकि उन्होंने ईआरसीपी योजना को चलू रखा है।