पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विपक्षी दलों की महाबैठक के बाद मीडिया से बातचीत की। उनके तेवरों में तेजी दिखाई दी। वे भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि हमने ठान ली है कि हम भाजपा की तानाशाही और उत्पीड़न के खिलाफ एकजुट होकर लड़ेंगे। वे लोग जो चाहें तो कुछ भी करते हैं। कोई भी वक्तव्य दें तो ईडी और सीबीआई को पीछे लगा लेते हैं। वे हमारे खिलाफ केस लगा देते हैं, जैसे छुपे रूस्तम। ये लोग बेरोजगारी और आम जनता की चिंता से उबरते नहीं हैं। हम खून बहाएंगे, बहने देंगे, हम जनता की सुरक्षा करेंगे। अगर आगामी चुनाव में फिर से तानाशाही सरकार बन जाए, तो आगे के चुनाव भी संभवतः नहीं होंगे।
हम भी अपने देश भारत माता की जय कहते हैं।
ममता ने कहा कि हमें विपक्ष में बताने की जरूरत नहीं है। हम इस देश के नागरिक हैं, हम भी भारत माता की जय कहते हैं। हमारा दिल भी जलता है जब मणिपुर जलता है। उन्होंने बताया कि पटना में कई मुख्यमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री भी आए हैं। लालू जी बहुत समय बाद इस तरह की बैठक में शामिल हुए हैं। अनेक आंदोलन पटना से ही शुरू हुए हैं। हम दिल्ली में भी कई बैठकें कर चुके हैं, इसलिए हमने निर्णय लिया है कि पटना से ही आरंभ करें। हमारे लिए तीन महत्वपूर्ण मुद्दे हैं। पहला मुद्दा – हम एकजुट हैं। दूसरा मुद्दा – हम साथ मिलकर लड़ेंगे। तीसरा मुद्दा – अगली बैठक शिमला में आयोजित की जाएगी। हम भाजपा की बदले की राजनीति के साथ संघर्ष करेंगे।