बिहार में प्रदर्शन के दौरान बीजेपी के जिला महासचिव विजय कुमार सिंह की मृत्यु संबंधी मामले में पार्टी ने एक उच्च स्तरीय जांच समिति गठित की है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने रघुवर दास के नेतृत्व में जांच की आदेश दिया है। नड्डा ने प्रशासन की लापरवाही और राज्य सरकार के तानाशाही रवैये की कट्टर निंदा की है। इसके साथ ही, पुलिस द्वारा लाठीचार्ज में मारे गए पार्टी कार्यकर्ता विजय सिंह की मृत्यु पर गहरा दुख व्यक्त किया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, बिहार राज्य में नीतीश कुमार सरकार की शिक्षक भर्ती नीति के विरोध में बीजेपी के प्रदर्शन के दौरान कहीं ना कहीं विवाद उठा है। बिहार भाजपा नेता की मौत के बाद से यह मामला और गंभीर हो गया है, क्योंकि इसे कथित लाठीचार्ज का दोषी माना जा रहा है। भाजपा दावा करती है कि जहानाबाद जिले के महासचिव की मौत उनके द्वारा क्रूरतापूर्ण लाठीचार्ज के कारण हुई है, जिससे उन्हें चोटें लगीं। हालांकि, जिला प्रशासन ने इस आरोप का खंडन किया है और कहा है कि उनके शरीर पर किसी भी चोट के निशान नहीं पाए गए।
बीजेपी ने बिहार राज्यपाल को इस मामले की जानकारी देने का निर्णय लिया है। मानसून सत्र के अंतिम दिन, दोनों सदनों में बीजेपी ने इस मामले को जोरदार ढंग से उठाया। पार्टी ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। बिहार बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने पहले ही घोषणा की है कि मृतक विजय कुमार सिंह के परिजनों को गोद लेने के साथ ही उन्हें दस लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
इसके अलावा, पटना के गांधी मैदान में बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं के विधानसभा मार्च के दौरान पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किया गया। पुलिस ने डाक बंगला चौराहे के पास बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं को विभाजित करने के लिए बल का इस्तेमाल किया। इस लाठीचार्ज में कई बीजेपी नेता और कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।