मनीष तिवारी: देश में समान नागरिक संहिता (UCC) के मुद्दे पर सत्ता दल और विपक्षी दलों के बीच में एक विवाद उठा हुआ है. कई दलों ने मोदी सरकार का समर्थन किया है जबकि कई पार्टियां खुलेआम इसके विरोध में हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने इस मुद्दे पर एक महत्वपूर्ण दावा किया है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के पूर्व सरसंघचालक माधवराव सदाशिवराव गोलवलकर UCC के खिलाफ थे.
मनीष तिवारी ने बताया कि 24 अगस्त 1972 को गोलवलकर जी ने समान नागरिक संहिता के खिलाफ खुलेआम बयान दिया था और इससे स्पष्ट हो गया था कि वे UCC का विरोध करते हैं. उन्होंने एक इंटरव्यू में समान नागरिक संहिता के प्रति अपनी आपत्ति व्यक्त की थी. तिवारी ने उस इंटरव्यू के आधार पर कहा कि इससे उनकी पकड़ का ख़तरा सामने आता है।
प्रधानमंत्री ने विपक्ष को लक्ष्य बनाया
जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भोपाल में एक रैली में उसका उल्लेख किया, तो देश में यूनिवर्सल सिविल कोड (यूसीसी) पर बहस शुरू हुई। पीएम मोदी ने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि “आजकल मुस्लिमों को यूसीसी के नाम पर उकसाया जा रहा है। परिवार के हर सदस्य के लिए एक ही नियम होने चाहिए, फिर चाहे वह कोई भी सदस्य हो। ये लोग हमारे ऊपर आरोप लगाते हैं, लेकिन अगर वे मुस्लिमों के सही हितैषी होते तो मुस्लिम समाज पीछे नहीं रहता। सुप्रीम कोर्ट बार-बार कह रहा है कि कॉमन सिविल कोड लाओ, लेकिन वोट बैंक के लोग ऐसा करना नहीं चाहते हैं।” उन्होंने आगे कहा कि वोट बैंक के भूखे लोग इसके विरोध में हैं।