ओम प्रकाश राजभर ने एनडीए में शामिल होने के बाद सुहेलदेव समाज पार्टी के अध्यक्ष बदलकर विपक्षी दलों पर हमलावरी की। ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि अब लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) में लड़ाई नाम की कोई चीज नहीं रह गई है। विपक्ष की सारी कोशिशें बेकार हैं। बीजेपी (BJP) देशभर में जनाधार है। ओम प्रकाश राजभर ने इसके साथ ही दिल्ली जाने की बात कही। अब मेरा रास्ता १००% एनडीए के साथ ही रहेगा। राजभर आज दिल्ली के अशोका होटल में होने वाली एनडीए की बैठक में भी शामिल होंगे।
ओम प्रकाश राजभर ने कहा, देश की राजनीति में अब लड़ाई नाम की कोई चीज नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर हम यूपी में ही ८० सीटों की बात करें तो विपक्ष कहां से जीतेगा। यहां की सभी ८० सीटें एनडीए के ही खाते में आनी है। विपक्ष कितना भी चिल्ला ले, लेकिन कुछ होने वाला नहीं है। राजभर ने विपक्षी दलों के गठबंधन और बंगलुरू की बैठक पर कहा कि वहां जो भी लोग इकट्ठा हुए हैं, उनका प्रभाव अलग-अलग जगहों पर है, लेकिन हमारा राष्ट्रीय स्तर का गठबंधन है। बीजपी देशभर में जनाधार है। यूपी में बीजेपी के पास बड़ा जनाधार है, अपना दल, निषाद पार्टी और सुभासपा का गठबंधन है, जिसमें विपक्ष के लिए कोई जगह नहीं है।
एनडीए में शामिल होने पर राजभर ने क्या कहा?
ओम प्रकाश राजभर ने इस दौर में सीएम योगी की तारीफ में भी जमकर कसीदे कसे और कहा कि यूपी में सीएम योगी की सरकार ने जिस तरह से केंद्र और राज्य की योजनाओं पर काम किया है, उन्हें धरातल तक पहुंचाया है, जिसे अबतक किसी सरकार ने आजादी के बाद किया नहीं है। सीएम योगी ने जनता के बीच में सबसे अधिक जाने का काम किया है। जब राजभर से ये सवाल पूछा गया कि उन्होंने पहले एनडीए को छोड़ा और अब फिर से एनडीए में शामिल हो गए हैं, तो उन्होंने कहा कि ये सब राजनीति का हिस्सा है।
अखिलेश यादव पर हमला
सुभासपा प्रमुख ने कहा कि ये सब राजनीति का हिस्सा है, सबको दिल्ली ही जाना होता है। कई बार अलग रास्ता चुनते हैं, लेकिन अब उनका रास्ता १००% एनडीए के साथ ही रहेगा। वहीं राजभर ने अखिलेश यादव के दावे पर तीखा हमला किया, जिसमें उन्होंने विपक्ष के साथ दो तिहाई बहुमत होने की बात कही थी। राजभर ने कहा, अगर ये बात कांग्रेस कहती तो उसमें कुछ दम था, लेकिन सपा कहे तो ठीक नहीं। अब चुनाव के बस दस महीने ही बचे हैं, सब पता चल जाएगा।
राजभर ने कहा कि अब सबको लगने लगा है कि देश में बीजेपी की सरकार बनेगी और नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनेंगे। लोगों को काम और नाम पर भरोसा होने लगा है, इसलिए लोग फिर से एनडीए के साथ आ रहे हैं।