Tuesday, September 26, 2023

उत्तर प्रदेश राजनीति: I.N.D.I.A. को घमंडी कहें, वह खुद सबसे बड़ा घमंडी है, अखिलेश यादव ने भाजपा पर निशाना साधा

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यूपी राजनीति: आखिरकार, अखिलेश यादव ने बयान दिया कि “इंडिया” गठबंधन में शामिल दल और नेता अपने राज्यों में शक्तिशाली होते हैं, और इसके साथ ही उन्होंने भाजपा को परिवारवाद का आरोप लगाया। लोकसभा चुनाव 2024 के मुद्दे पर यूपी में जबरदस्त चर्चा चल रही है, और इस कड़ी तरंग में सपा के नेता अखिलेश यादव ने भाजपा को लक्ष्य बनाया है। अखिलेश यादव ने एक निजी चैनल के कार्यक्रम में “इंडिया” गठबंधन के ऊपर गमंड से बात की और कहा कि “जो INDIA को घमंडिया कहे, वो खुद सबसे बड़ा घमंडी है।” उन्होंने यह भी दावा किया कि इस गठबंधन के दल और नेता अपने राज्यों में शक्तिशाली होने की क्षमता रखते हैं और यह गठबंधन लोकसभा चुनाव में भाजपा को सत्ता से हटाने की दिशा में काम कर रहा है।

अखिलेश यादव ने इस संदर्भ में भाजपा को चुनौती देते हुए कहा कि “भाजपा तो लगातार ‘इंडिया’ गठबंधन को लेकर विभिन्न दावों में लिपटी रहती है, लेकिन उनकी कमजोरियाँ इससे प्रकट होती हैं कि जिन दलों के पास कोई बड़ा पैमाने का आधार नहीं है, वे भी इस गठबंधन में शामिल होने के लिए तैयार हैं।” इसके साथ ही अखिलेश ने भाजपा के प्रति एक और हमले में कहा कि “वे दल जो बीजेपी को लगातार आरोप लगाते थे और उसे घेरने की कोशिश करते थे, अब वे स्थिति में हैं कि उन्हें उसके सामने झुकना पड़ रहा है।”

अखिलेश यादव ने यह भी जताया कि वे बीजेपी के दावे को चुनौती देते हुए कहा कि “खुद को दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी मानने वाली बीजेपी आज भी उत्तर प्रदेश में अकेले चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही है।”

व्यक्तिगत आक्रमण के साथ ही, अखिलेश यादव ने भाजपा को परिवारवाद का आरोप लगाते हुए कहा कि “बीजेपी को उनके खुद के गिरेबान में झांकने की आवश्यकता है, क्योंकि वे अपनी खुद की सूची में भी कई कमियाँ छिपाती हैं।” उन्होंने यह भी उजागर किया कि बीजेपी के प्रति उनके संकेतने किए जा रहे आरोप और गिरफ्तारियाँ हैं।

इसके साथ ही, अखिलेश यादव ने भाजपा के परिवारवाद की ओर भी इशारा किया और कहा कि “आज बीजेपी देश की सबसे बड़ी परिवारवादी पार्टी है, जो खुद अपने संघीय संगठन में घुस चुकी है और अपने सदस्यों को नेतृत्व की मानसिकता में लिपटा रहती है।” उन्होंने भाजपा की तरक्की को व्यक्तिगत अध्यक्षीयता से जोड़ते हुए कहा कि “इसके बावजूद, उनकी सामाजिक और आर्थिक प्रक्रिया अब भी समर्पित परिवारवाद की ओर पोंहच रही है।”

यदि हम परिवारवाद को देखें, तो अखिलेश यादव ने भाजपा को एक और आरोप लगाते हुए कहा कि “वे उनकी कमियों को छिपाने की कोशिश कर रही हैं और उन्हें उनके विरूद्ध उंगली उठाने का आरोप लगाते हैं।” इसके साथ ही, उन्होंने यह भी दिखाया कि भाजपा की उच्च नेतृत्व में भी एक परिवार की मानसिकता बनी हुई है, जैसे कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मामूला उत्तर प्रदेश से सांसद बनने और गोरक्षनाथ पीठ के महंत बनने की कहानी से स्पष्ट होता है।

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