इस संकटकाल में, रूस से पहली खेप के रूप में 45 हजार मीट्रिक टन कच्चा तेल सस्ते दामों में प्राप्त हुआ है। यह एक बड़ी राहत की खबर है।
इसके साथ ही, यह भारत के लिए एक बड़ा झटका है क्योंकि रूस और भारत के संबंध मजबूत हैं। हालांकि, चीन के आदेश के बाद रूस ने पाकिस्तान को भी कच्चे तेल की खेप भेजी है, जो भारत के हितों के लिए एक चुनौती प्रस्तुत करती है।रूस से सस्ते कच्चे तेल की बड़ी खेप पाकिस्तान के बंदरगाह पर पहुंची है। इस विषय में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने एक वक्तव्य जारी किया है। यह सूचना महंगाई और तेल के महंगे दामों के बीच पाकिस्तान के लिए एक महत्वपूर्ण समाचार है। हालांकि, पाकिस्तान उच्च ऋणों और मुद्रा में गिरावट के साथ लड़ रहा है।