आदिपुरुष: प्रभास और कृति सेनन के निर्देशन में बनी फिल्म, श्रीरामकथा पर आधारित है, इसके डायलॉग्स को लेकर संतों के बीच विवाद है। संत-साधुजनों ने इस फिल्म पर तत्काल बैन की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि हिंदू देवी-देवताओं का अपमान ऐसे ही होता रहेगा, तो हमें मजबूर होकर सड़कों पर उतरना पड़ेगा। संतों ने यह भी कहा कि फिल्म देखने से खून खौलता है। वे दर्शकों से भी अपील करते हुए कहा कि फिल्म देखकर पाप के सहयोगी न बनें।
रामजन्मभूमि के प्रमुख पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि फिल्म निर्माताओं पर कार्रवाई की आवश्यकता है। आदिपुरुष के संवाद सुनकर खून खौल उठता है। उन्होंने कहा कि हमारी देवताओं और सनातन संस्कृति को अपमानित करने का उद्देश्य से जानबूझकर ऐसा किया जा रहा है, जिससे हमारी संस्कृति को नुकसान पहुंचा सकता है।
महंत कमलनयन ने बताया कि फिल्म आदिपुरुष में हमारे देवताओं के प्रति अपमानजनक शब्दों और भाषा का प्रयोग किया गया है, जो सहनीय सीमा को पार कर गया है। यह सनातन संस्कृति का अपमान है। उन्होंने उदाहरण के रूप में रामानंद सागर की रामायण का उल्लेख किया और कहा कि उन्होंने किसी पात्र के लिए भी कोई मर्यादा नहीं तोड़ी। इस पर केंद्र सरकार को तत्काल इसे बैन करने की आवश्यकता है।