Tuesday, September 26, 2023

NewsClick मामले की वास्तविकता क्या है? 2024 में डिजिटल मीडिया में उलझन का समय।

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क्यों उच्चकोटि की वेबसाइट और उसके यूट्यूब चैनल पर संसद में इतनी उपद्रवी चर्चा हो रही है? प्रत्येक मन में यह सवाल उठ रहा है कि क्या न्यूज़क्लिक का मुद्दा वास्तव में महत्वपूर्ण है? इस मुद्दे को सीरीज़वार रूप में समझने का प्रयास करें।

प्रथम रुप में, न्यूज़क्लिक के डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर जाने पर आपको महसूस होगा कि यह सरकार के प्रति अभिवादन के साथ नाराज है। कुछ पत्रकार जो सरकार के खिलाफ स्पष्ट रूप से बोल रहे हैं, उनका चेहरा भी आपके सामने होगा। यह अच्छी बात है। भारत एक लोकतंत्रिक देश है और यहां पर सरकार या उसके नकारात्मक पहलुओं के खिलाफ आवाज उठाने के लिए अनेक व्यक्तिगताओं की स्वतंत्रता है। बड़ा प्रश्न यह है कि क्या इस दिशा में कोई विशेष योजना चल रही है?

वास्तव में, यह सवाल भाजपा द्वारा उठाया गया है। इसका प्रमाण द न्यू यॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट से दिया गया है। यह भी उल्लेखनीय है कि केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी इसके संदर्भ में अपनी बात रखी है, उन्होंने चीन, कांग्रेस और न्यूज़क्लिक को एक गठरीय साजिश का हिस्सा बताया है। लोकसभा में सोमवार को, भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कांग्रेस पर चीन से सहायता प्राप्त करने का आरोप लगाया। उन्होंने द न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट का संदर्भ दिया, जिसमें न्यूज़क्लिक के वित्त चीन से आते हैं।

न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में क्या है?

न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में खुलासा किया कि नई दिल्ली में कॉरपोरेट फाइलिंग के बाद पता चला कि सिंघम के नेटवर्क ने न्यूज साइट न्यूज़क्लिक को आर्थिक समर्थन प्रदान किया है। आरोप यह भी उठाया गया कि पोर्टल ने चीनी सरकार के विषयों की कवरेज में अपनी रिपोर्टिंग को संशोधित किया है। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी साझा की कि न्यूज़क्लिक भारत विरोधी एजेंडे का हिस्सा हो सकता है। यहां तक कि कुछ पत्रकार भी इस मुद्दे में शामिल हो गए हैं। जैसा कि पहले भी कहा गया, वे चेहरे और सामग्री जो दर्शकों के सामने आती है, यह सुझाव देते हैं कि सरकार के प्रति मुखर विरोध कई बार इस मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर व्यक्त किए जाते हैं। इस प्रकार के साहित्य की पहली बार नहीं है, बल्कि अनेक बड़े-बड़े मीडिया संगठनों पर भी ऐसे आरोप उठाए जा चुके हैं कि वे किसी विशिष्ट दल के समर्थन में काम कर रहे हैं।

विचारणीय है कि हाल के दिनों में, कुछ समाचार चैनलों के खिलाफ आयकर लेने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। मीडिया की रिपोर्टों के मुताबिक इस सर्वेक्षण में चोरी के मामले भी शामिल हैं। न्यूज़क्लिक के मुद्दे को एक बार फिर से संसद में उठाया गया है। यह एक समय है जब कांग्रेस ने अपनी रणनीति में डिजिटल मीडिया और यूट्यूब चैनल पर अधिक ध्यान देने का निर्णय लिया है। आमतौर पर यह कहा जाता है कि आगामी चुनाव सोशल मीडिया पर आधारित हो सकते हैं। इसमें कोई संदेह नहीं है कि डिजिटल मीडिया आजकल किसी भी अन्य मीडिया माध्यम की तुलना में ज्यादा मजबूत है। इसके कारण, मीडिया के उपयोग का भी अलग-अलग तरीकों से उपयोग हो रहा है। सरकार इसकी नियंत्रण बढ़ाने के लिए कई कदम उठा रही है जबकि विपक्ष इसे एक महत्वपूर्ण हथियार के रूप में उपयोग कर रहा है।

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