मुख्तार अंसारी समाचार: पूर्वांचल के अपराधी मुख्तार अंसारी के बारे में आज हत्या मामले में सीजेएम कोर्ट में पेशी की जाएगी। सुरक्षा के मामले को ध्यान में रखते हुए, मुख्तार की पेशेगी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की जाएगी। यह मामला मनोज राय की हत्या के मामले से संबंधित है, जिसने उसरी चट्टी कांड में जान गंवा दी थी। इस साल के जनवरी महीने में, मनोज राय के पिता ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने जनवरी 2023 में मुहम्मदाबाद थाने में केस दर्ज किया था। पुलिस ने आईजीआरएस से मिले प्रार्थनापत्र पर आधारित केस दर्ज किया था।
मनोज राय के पिता ने अपने बेटे की हत्या के लिए मुख्तार अंसारी के खिलाफ केस दर्ज कराया था, इसके साथ ही चार अन्य व्यक्तियों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया था। उसरी चट्टानी केस में बृजेश सिंह और त्रिभुवन सिंह मुख्य आरोपी बताए गए हैं। उसरी चट्टानी में 2001 में मुख्तार अंसारी पर हमला हुआ था, जिसमें मुख्तार को बचाने के लिए तीन लोगों की मौत हुई थी और नौ लोग घायल हो गए थे। हमले में बिहार के बक्सर निवासी मनोज कुमार राय की गोली लगने के करण मौत हो गई थी।
मनोज राय के पिता द्वारा आरोप लगाया गया
22 साल बाद, उसरी चट्टी कांड के मृतक मनोज राय के पिता शैलेंद्र राय ने सीएम और डीजीपी सहित अन्य जिम्मेदार अधिकारियों को प्रार्थना पत्र दिया था। उन्होंने मुख्तार पर ही बेटे मनोज को घर से ले जाकर हत्या करने का आरोप लगाया। शैलेंद्र राय ने साक्ष्य पेश किए और मुख्तार के गुर्गों पर घर आकर धमकाने का आरोप भी लगाया था। इस मामले में मुख्तार अंसारी सहित पांच लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 147,148, 149 और 302 के तहत मामला दर्ज किया गया था।
यह चर्चा करने योग्य मामला 21 साल पुराना है। 15 जुलाई 2001 को उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनावों की प्रक्रिया जारी थी। मुख्तार अंसारी ने अपने समर्थकों का प्रचार करने के लिए रविवार की छुट्टी के दिन भी अपने गांव मोहम्मदाबाद से काफिले के साथ यात्रा की थी। मोहम्मदाबाद से 7 किलोमीटर दूर स्थित उसरी चट्टी गांव में कुछ लोग ट्रक पर छिपे हुए थे। मुख्तार के काफिले नजदीक आते ही, ट्रक पर सवार लोगों ने जबरदस्ती गोलीबारी शुरू कर दी। इस हमले में दो लोगों की मौके पर ही मृत्यु हो गई थी, जबकि मुख्तार सहित दर्जनों लोग घायल हो गए थे। मुख्तार अंसारी ने इस मामले में बृजेश सिंह और उसके साथी त्रिभुवन सिंह को नामजद कराते हुए कुल 17 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी।